भारत में विदेशियों के आसान प्रवेश, प्रावास एवं अन्य गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने के लिए देश ने सिलसिलेवार रूप से कई बड़े कदम उठाए है| पिछले एक साल में भारत ने एक मजबूत वीसा व्यवस्था तैयार किया है जिसमे दुनिया के सभी देशो के लिए व्यवहारिक रूप से अब इलेक्ट्रॉनिक वीसा सुविधा शुरू की गई है|
बुधवार को गृह मंत्रालय ने कहा कि पिछले साल ई-वीजा पर 1.7 मिलियन से अधिक विदेशियों ने भारत का दौरा किया और इस साल पर्यटकों की संख्या दो मिलियन अंक पार हो सकती है|
आंकड़ों के मुताबिक ई-वीजा पर भारत की यात्रा करने वाले विदेशियों की संख्या 2015 में 4.47 लाख थी जबकि 2017 में यह बढ़कर 17 लाख हो गई| गत 31 अक्टूबर 2018 तक भारत आने वाले विदेशियों का आंकड़ा 18.78 लाख तक पहुंच गया है| केंद्र सरकार ने हाल ही में ई-वीजा की दो नई ई-कॉन्फ्रेंस और ई-मेडिकल अटेंडेंट शुरू की हैं| पांच नयी श्रेणियों में भी ई-वीजा उपलब्ध है जिनमें पर्यटक ,व्यवसायी, मेडिकल, कॉन्फ्रेंस और मेडिकल अटेंडेंट शामिल हैं|
अब साल में 3 बार उबलब्ध होगा ई–वीजा
गृह मंत्रालय के अनुसार ई-वीजा की अवधि को 60 से 90 दिन तक बढ़ाने के लिए विदेशियों के क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) को सशक्त बनाया गया है| इसके अलावा ई-वीजा साल में अब तीन बार उपलब्ध होगा जबकि पहले कोई विदेशी साल में दो बार ही इसे ले सकता था| पहले से ही देश में रहने वाले विदेशियों की वीजा की अवधि में विस्तार या तब्दीली के लिए 27 तरह की वीजा संबंधित सेवाओं के लिए ऑनलाइन ई-फेरा सुविधा शुरू की गई है| इन सेवाओं के लिए विदेशियों को एफआरआरओ तक दौड़-भाग करने की जरूरत नहीं होगी| अब वे कंसुलर/वीजा सेवाओं को हासिल करने के लिए ऑनलाइन ही आवेदन और सेवा शुल्क का भुगतान कर सकते हैं|
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टूरिज्म को बढ़ावा देने का प्रयास
देश में क्रूज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पांच बड़े बंदरगाहों पर आव्रजन सुविधा शुरू की गई है जहां विदेशी यात्रियों को तटवर्ती इलाकों को देखने के लिए ई-लैंडिंग परमिट प्रदान किए जाते हैं| मुंबई, कोच्चि, मोरमुगाओ, चेन्नई और न्यू मंगलोर के बंदरगाहों पर पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए बायोमेट्रिक नामांकन दिसंबर 2020 तक रोक दिया गया है ताकि क्रूज पर्यटक समुद्र तट पर अधिकतम समय व्यतीत कर सकें|
मेडिकल वीसा में बदले बगैर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध
ई-वीसा को विदेशी पर्यटकों के लिए आसान बनाने के लिए नियमों में कई बड़े बदलाओं किए गए है| अब विदेशी नागरिकों के बीमार पड़ने पर उनके वीजा को मेडिकल वीजा में बदले बिना ही चित्किसा सुविधा मुहैया करवाई जाएगी और आपात स्थितियों में उनका ख्याल रखा जाएगा| किसी भारतीय नागरिक/भारतीय क्षेत्र के व्यक्ति/भारत के विदेशी नागरिक (ओसीआई) कार्डधारक से विवाह करने वाले विदेशी नागरिक के वीजा को किसी भी श्रेणी में बदलने की अनुमति दी जा रही है और उसे एफआरआरओ द्वारा वीजा दिया जाएगा|

