
सीबीआइ के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा के बाद अब भ्रष्टाचार की लपेट में आए
विशेष निदेशक राकेश अस्थाना की भी छुट्टी हो गई है।सीबीआई से उनका तबादला
कर दिया गया है| राकेश अस्थाना के साथ-साथ तीन अन्य अफसरों का भी तबादला
किया गया है| सूत्रों के अनुसार गुजरात काडर के 1984 बैच के आईएएस अधिकारी
राकेश अस्थाना को सीबीआई से हटाकर उनका तबादला एविएशन सुरक्षा में कर दिया
गया है| बता दें कि 24 जनवरी सीबीआई का नया निदेशक चुना जाना है|
राकेश अस्थाना और निदेशक आलोक वर्मा के बीच लड़ाई और एक-दूसरे खिलाफ
सार्वजनिक तौर पर आरोप-प्रत्यारोपों को देखते हुए सरकार ने 24 अक्टूबर को
दोनों को जबरन छुट्टी पर भेज दिया था। राकेश अस्थाना के साथ ही विवादों के
घेरे में रहे तीन अन्य अधिकारियों की भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति को निरस्त
कर दिया गया है।
Related Article:शोहराबुद्दीन फेक एनकाउंटर केस: अमित शाह सहित 21 पुलिसवाले को सीबीआई कोर्ट ने दी क्लीन चिट
गुरुवार को जारी एक आधिकारिक आदेश में कहा गया कि सीबीआई के तीन अन्य
अधिकारियों संयुक्त निदेशक अरुण कुमार शर्मा, उपमहानिरीक्षक मनीष कुमार
सिन्हा और पुलिस अधीक्षक जयंत जे नाईकनवरे के कार्यकाल में भी कटौती की गई
है| ताजा आदेश ऐसे समय आया है जब कुछ दिन पहले आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक
के पद से हटा दिया गया था और उन्हें दमकल, सिविल डिफेंस और होम गार्ड का
महानिदेशक नियुक्त किया गया था| आलोक वर्मा ने नया पद लेने से इंकार कर
दिया था और कहा था कि वह पुलिस सेवा से पहले ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं|
बता दें कि CBI के नए डायरेक्टर (CBI Director) की नियुक्ति पर फैसला लेने
के लिए 24 जनवरी को सेलेक्शन कमिटी (Selection Panel) की बैठक होगी| बैठक
पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में होगी| बता दें कि आलोक वर्मा को सीबीआई
चीफ पद से हटाए जाने के बाद से ही यह पद खाली है|
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पर राकेश अस्थाना के खिलाफ जांच में
हस्तक्षेप करने का आरोप लगाने वाले और इस सिलसिले में सुप्रीम कोर्ट में
याचिका दाखिल करने वाले मनीष कुमार सिन्हा को वापस आंध्रप्रदेश कैडर भेज
दिया गया है।सुप्रीम कोर्ट ने भी मनीष कुमार सिन्हा की याचिका के सुनवाई के
पहले ही मीडिया में जारी किये जाने पर नाराजगी जताई थी। मनीष कुमार सिन्हा
2000 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। इसके साथ ही 2004 बैच के महाराष्ट्र कैडर
के आइपीएस अधिकारी जयंत जे नैकनावरे को भी वापस भेज दिया गया है।
Related Article:सीबीआई में आंतरिक युद्ध: सीबीआई बनाम सीबीआई
कौन हैं राकेश अस्थाना :
राकेश अस्थाना (Rakesh Asthana) 1984 बैच के गुजरात काडर के IPS हैं| वह
पहली बार साल 1996 में चर्चा में आए, जब उन्होंने चारा घोटाला मामले में
लालू यादव को गिरफ्तार किया| दूसरी तरफ, 2002 में गुजरात के गोधरा में
साबरमती एक्सप्रेस में आगजनी की जांच के लिए गठित SIT का नेतृत्व भी राकेश
अस्थाना ने ही किया था| इसके अलावा वह अहमदाबाद ब्लास्ट और आसाराम केस जैसे
तमाम चर्चित मामलों की जांच में शामिल रहे हैं| आपको बता दें कि राकेश
अस्थाना को पिछले साल अक्टूबर में सीबीआई का स्पेशल डायरेक्टर नियुक्त किया
गया था| CBI में यह उनकी दूसरी पारी है| इससे पहले वह अतिरिक्त निदेशक के
पद पर काम कर चुके हैं| वडोदरा और सूरत के पुलिस कमिश्नर रहे राकेश अस्थाना
को पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का करीबी भी माना जाता है|

