कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष पद से शुक्रवार को स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली में पार्टी मामलों के प्रभारी पी. सी. चाको और माकन के बीच बृहस्पतिवार को बैठक हुई थी। गांधी ने माकन का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। 2015 विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के बाद करीब चार साल पहले 54 वर्षीय माकन को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। माकन ने बाद में ट्विटर के जरिए भी अपने इस्तीफे की घोषणा की| उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद, दिल्ली इकाई के अध्यक्ष के रूप में मुझे कांग्रेस कार्यकर्ताओं, पार्टी को कवर करने वाले मीडिया और हमारे नेता राहुल गांधी जी का बहुत स्नेह मिला।
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माकन के इस्तीफे की खबर इससे पहले सितंबर में आई थी। उस वक्त स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया गया था। हालांकि, बाद में कांग्रेस ने उनके इस्तीफे देने की खबर से इनकार कर दिया था। इस बार भी इस्तीफा देने की वजह फिलहाल सामने नहीं आई है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि इस्तीफे के बाद माकन ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का आभार व्यक्त किया।
माकन ने ट्वीट करते हुए कहा – “मैंने पिछले चार साल में दिल्ली के अध्यक्ष पद अपनी सेवाएं दीं। सभी ने मुझे सहयोग दिया। सबका आभार।
बतौर @INCDelhi अध्यक्ष-पिछले 4 वर्षों से,दिल्ली कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा,कांग्रेस कवर करने वाली मीडिया द्वारा,एवं हमारे नेता @RahulGandhi जी द्वारा,मुझे अपार स्नेह तथा सहयोग मिला है। इन कठिन परिस्थितियों में यह आसान नहीं था! इसके लिए ह्रदय से आभार!
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तीन साल पहले अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के बाद माकन को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अजय माकन दो बार लोकसभा सांसद और तीन बार दिल्ली विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं। यूपीए सरकार में माकन को हाउसिंग मिनिस्ट्री, खेल एवं युवा मंत्रालय और गृह राज्य मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी दी गई थी।
ऐसा कहा जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, 2019 लोकसभा के लिए कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन हो सकता है। माकन इस गठबंधन का विरोध करते आ रहे हैं।

