
यह घटना तब सामने आई जब पेइंग गेस्ट में उसके साथ रहने वाली लड़की आॅफिस से घर लौटी। मूलरूप से अंडमान और निकोबार की निवासी लड़की ने अभी हाल में ही अपने वरिष्ठ वकीलों के खिलाफ #MeToo अभियान के तहत मामला दर्ज कराया था। पीड़ित लड़की ने एक पत्र में लिखा था, ‘मैंने एलएलबी पूरा करने के बाद जयंत एम पटना शेट्टी और एसोसिएट्स में बतौर इंटर्न ज्वाइन किया। मेरे वरिष्ठ वकील– चंद्र नाइक टी और चेतन देसाई मुझे काम के मामले में चर्चा करने के लिए एक रेस्टोरेंट में ले गए। जहां पर उन्होंने मेरी पर्सनल लाइफ के बारे में जानने के लिए मुझे जबरन शराब पिलाई। उसके बाद मुझे गलत इरादे से छूना शुरू कर दिया। अपनी सीनियर्टी का उपयोग करते हुए उन्होंने मेरा यौन शोषण करने की कोशिश की। उसके बाद वह मुझे बेकार के कॉल और व्हाट्सएप मैसेज करके मुझे अपने गंदे इरादे में सहयोग करने की धमकी देने लगे।
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बेंगलुरु सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट के कामर्शियल स्ट्रीट पुलिस स्टेशन मे पीड़ित लड़की ने पिछले मंगलवार को एफआईआर दर्ज कराई थी। नाईक और देसाई के खिलाफ मामला दर्ज कराने के तुरंत बाद ही लड़की के पास धमकी भरे कॉल आने शुरू हो गए। पुलिस को अब संदेह है कि कहीं लड़की ने उनकी धमकी से डरकर आत्महत्या नहीं कर ली है। पुलिस ने बताया कि पीड़ित लड़की पांच साल पहले बेंगलुरु आई थी और अपने परिवार के साथ रह रही थी। लेकिन अभी कुछ समय पहले ही वह अपने दोस्तों के साथ एक पीजी में शिफ्ट हो गई थी। हालांकि अभी तक पुलिस को भी उसके पीजी में शिफ्ट होने के कारण के बारे में पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने संदिग्ध मौत का मामला दर्ज किया है। वैलिकावल के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले को वाणिज्यिक स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर किया जा सकता है। क्योंकि वहां पर लड़की ने पहले ही यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। पुलिस नाइक और देसाई से भी पूछताछ कर सकती है।

