
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने रविवार को आरोप लगाया कि अयोध्या में धर्म सभा का उद्देश्य अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले धार्मिक उन्माद फैलाना है। उन्होंने कहा कि वह सोमवार को अधिकारियों से यह अनुरोध करने के लिए अयोध्या जाएंगे कि वहां कानून-व्यवस्था बरकरार रखी जाए।
उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा कई जगहों के नाम बदलने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार को अयोध्या का नाम बदलकर साकेत रख देना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि ‘‘बौद्ध काल के दौरान इलाके का यही नाम था।
आजाद ने आरोप लगाया अयोध्या में अभी जो हो रहा है वह कुछ और नहीं बल्कि भाजपा और संघ परिवार का धार्मिक उन्माद फैलाने, हिंसा भड़काने और फिर रक्तपात का इस्तेमाल मतदाताओं का ध्रुवीकरण कर 2019 के चुनावों में पार्टी के फायदे के लिए करने का प्रयास है|
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उन्होंने कहा कि देश संविधान के मुताबिक चलना चाहिए और राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मालिकाना हक विवाद में उच्चतम न्यायालय का जो भी फैसला आए उसका सम्मान सभी द्वारा किया जाना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ता हालांकि अयोध्या पहुंच गए हैं और कानून-व्यवस्था के लिये खतरा पैदा कर रहे हैं। इसलिए, मैं सोमवार को अयोध्या जाऊंगा और मैं अपने साथ संविधान की एक प्रति रखूंगा। मैं जिलाधिकारी से भी मिलूंगा और उन्हें याद दिलाउंगा कि कानून का पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए और चीजों को हाथ से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
जबकि केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा की वो राम मंदिर के निर्माण का समर्थन या विरोध नहीं करते है हम| अगर भूमि का इस्तेमाल किसी अन्य चीज़ के लिए किया जाए सब के लिए अच्छा होगा|
पुणे में पत्रकारों को संबोधित करते हुए आठवले ने कहा मैं सुझाव दूंगा कि कोई मंदिर नहीं होना चाहिए ना ही कोई मस्जिद बनाया जाना चाहिए| एक संस्थान या किसी अन्य परियोजना को बनाने के बारे में सोचना चाहिए| जो किसी की भावनाओं को चोट नहीं पहुंचाएगा।
6 दिसंबर1992 में, एक बड़ी भीड़ ने बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया था| ऐसी गतिविधि से हमें बचना चाहिए| रामदास आठवले ने कहा मंदिर को अवैध रूप से नहीं बनाना चाहिए| मंदिर बनाने का निर्णय लेने से पहले यह देखना होगा की सर्वोच्च न्यायालय क्या फैसले सुनाती है| उन्होंने यह भी कहा की सर्वोच्च न्यायालय जो अयोध्या मामले की सुनवाई कर रहा है, साईट के बुद्ध मंदिर की जगह आवंटित करने पर विचार कर सकता है|

