जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को CRPF के काफिले पर आतंकी हमले में 12 जवान शहीद हो गए, जबकि 15 अन्य घायल हो गए। पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है। अभी तक शहीद हुए जवानों की पहचान नहीं हो पाई है। सर्च ऑपरेशन जारी है। वहीं 40 से अधिक जवान घायल हुए हैं| बताया जा रहा है कि हमले में IED का इस्तेमाल हुआ है| रक्षा अधिकारी ने हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है| घायलों में से 15 जवानों की हालत नाजुक है| घायलों को श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल ले जाया गया है|
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सीआरपीएफ के जवानों को ले जा रही बस को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया था| हमले में कई अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं| सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाकर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है| आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसे आत्मघाती हमला बताया है|
IED धमाके के साथ ही अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में गोलीबारी की भी आवाजें सुनी गईं। काफिले में करीब 2500 जवान बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा कि कार में आइईडी थी। कारबम को चलाने वाले जैश के आत्मघाती आतंकी का नाम आदिल अहमद वकास उर्फ कमांडो बताया जा रहा है। वह पुलवामा के गुंडीबाग का रहने वाला था।
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बताया जा रहा है कि रिमोट से ब्लास्ट किया गया है। 18 सितंबर, 2016 में उड़ी हमले के बाद यह सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है। उड़ी हमले में 18 जवान शहीद हुए थे।
आतंकियों की तलाश में बड़े पैमाने पर अभियान जारी है। बताया जाता है कि बेहद तीव्रता वाला धमाका था। कई वाहनों के परखच्चे उड़ गए।