सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की कंपनी जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड में करीब 10 फीसदी की हिस्सेदारी खरीद ली है (Jio Platforms and Facebook deal)। कोरोना वायरस की वजह से लागू लॉकडाउन (Lockdown in india) के बीच यह डील बहुत ही अहम है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL), जियो प्लैटफॉर्म्स लिमिटेड और फेसबुक ने बुधवार को घोषणा की कि उनके बीच एक समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत फेसबुक जियो प्लैटफॉर्म्स में 43,574 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। फेसबुक के इस निवेश से जियो प्लैटफॉर्म्स का प्री–मनी एंटरप्राइज वैल्यू 4.62 लाख करोड़ रुपये आंका जा रहा है। फेसबुक इस निवेश के जरिये जियो प्लैटफॉर्म्स में 9.9 फीसद हिस्सेदारी खरीद रही है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा कि इस निवेश के साथ ही जियो प्लैटफॉर्म्स, रिलायंस रिटेल और फेसबुक के व्हाट्सएप के बीच कॉमर्शियल पार्टनरशिप एग्रीमेंट हुआ है। इसके तहत जियोमार्ट प्लैटफॉर्म पर रिलायंस रिटेल के न्यू कॉमर्स बिजजनेस को व्हाट्सएप के जरिये बढ़ाने में बड़ी मदद मिलेगी। साथ ही, व्हाट्सएप पर छोटे कारोबारियों को भी मदद मिलेगी।
निकट भविष्य में, JioMart जो कि Jio का नया डिजिटल कॉमर्स प्लेटफॉर्म है और व्हाट्सएप मिलकर, लगभग 3 करोड़ छोटी भारतीय किराना दुकानों को डिजिटल लेनदेन करने में सक्षम बनाएंगे। यह दुकानदार अपने ग्राहकों से डिजिटल लेन देन कर पाएंगे। इसका मतलब है कि आप सभी स्थानीय दुकानों से रोजाना के सामानों का ऑर्डर और उसकी डिलीवरी ले सकेंगे।
आइए इसके 5 खास प्वाइंट्स के बारे में जानते हैं।
- जियो का सबसे बड़ा शेयरहोल्डर बना फेसबुक:
इस बड़ी डील के बाद फेसबुक अब जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड का सबसे बड़ा शेयरहोल्डर बन गया है। फेसबुक के इस निवेश के बाद जियो प्लैटफॉर्म्स की एंटरप्राइज वैल्यू 4.62 लाख करोड़ हो गई है।
- माइनॉरिटी इन्वेस्टमेंट के लिहाज से सबसे बड़ी FDI:
अगर जियो और फेसबुक के बीच की इस डील को माइनॉरिटी इन्वेस्टमेंट के लिहाज से देखा जाए, तो यह सबसे सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) है।
- बिजनस तो बढ़ेगी ही, रोजगार के नए अवसर भी होंगे पैदा:
दोनों कंपनियों की साझेदारी से ना सिर्फ दोनों कंपनियों का बिजनेस बढ़ेगा, बल्कि रोजगार के भी कई अवसर पैदा होंगे। खुद मार्क जुकरबर्ग ने लॉकडाउन का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे दौर में डिजिटल प्लेटफॉर्म काफी अहम है। जुकरबर्ग ने भी कहा है कि वह हालातों को देखकर भारत के लोगों और व्यवसायों की मदद के लिए जियो के साथ साझेदारी कर रहे हैं। वह बोले कि इस दौर में भरोसेमंद डिजिटल उपकरणों की जरूरत है, ताकि लोग बिना किसी डर के डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ सकें। उन्होंने ये भी कहा कि भारत में 6 करोड़ से अधिक छोटे व्यवसाय हैं और लाखों लोग नौकरियों के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर निर्भर हैं।
- जियो की ‘रफ्तार‘ से खिंचा चला आया फेसबुक:
फेसबुक ने कहा है कि बेहद कम समय में जियो ने करीब 38 करोड़ से ज्यादा लोगों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जोड़ लिया है, जिसकी वजह से वह भारत में पहले से भी अधिक लोगों के साथ जुड़ना चाहते हैं।
- एयरटेल–गूगल पार्टनरशिप को देगा टक्कर:
भारत में तेजी से इंटरनेट के यूजर बढ़ रहे हैं। इंटरनेट अब कमाई का भी एक बड़ा जरिया बन चुका है। ऐसे में इस डील के साथ जियो और फेसबुक को बाकी कंपनियों से टक्कर लेने में आसानी होगी। इसी साल की शुरुआत में भारती एयरटेल और गूगल क्लाउड के बीच भी पार्टनरशिप हुई थी, जो छोटे और मझोले कारोबारियों को जी–सूट मुहैया कराने के लिए थी।
