
मुंबई के छत्रपति टर्मिनल के पास फुटओवर ब्रिज गिरने से लगभग छह लोगों की मौत हो गई है जिसमें 30 से ज्यादा घायल होने की खबर आ रही है| घायलों को सेंट जॉर्ज अस्पताल और जीटी अस्पताल में भर्ती कराया गया है| रिपोर्ट के मुताबिक शाम 7:30 बजे छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के बाहर एक फुटओवर ब्रिज का एक हिस्सा गिर गया| शाम के समय जब भीड़ अपने चरम पर होती है तब ये हादसा हुआ| पहले ख़बर आई कि हादसे में बस कुछ लोग घायल हुए हैं लेकिन धीरे-धीरे त्रासदी की पूरी तस्वीर खुली|
जिन लोगों ने हादसा करीब से देखा वह बताते हैं कि पहले कुछ कंपन हुआ और फिर ज़ोर की आवाज़ के साथ पुल का हिस्सा गिर पड़ा| मुंबई पुलिस ने बताया कि यह ब्रिज टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग और सीएसटी स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक को बीटी लेन से जोड़ता है| सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है| घायलों के इलाज का खर्च भी राज्य सरकार ही वहन करेगी|
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हादसे के चश्मदीद के मुताबिक इस पुल पर मरम्मत का काम आज सुबह भी हो रहा था बावजूद इसको बंद नहीं किया गया और लोग इससे गुजरते गए| 1984 में बने इस पुल को लाखों लोग रोज इस्तेमाल करते है|
ब्रिज हादसे से जड़ी ख़ास बातें
फुटवियर ब्रिज हादसे में बचाव और राहत टीमों ने मलबे को हटा दिया है| सभी घायलों को पास के सेंट जॉर्ज अस्पताल और जीटी अस्पताल पहुंचाया गया है| घायलों में कम से कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है| राष्ट्रीय आपदा राहत बल की एक टीम बचाव कार्य में लगी हुई है| एनडीआरएफ ने शुरुआत में कहा था कि 10-12 लोगों के मलबे के नीचे फंसे होने की आशंका है लेकिन पुलिस ने बाद में स्पष्ट किया कि ऐसा नहीं था|
मृतकों में से दो महिलाएं शामिल हैं जो जीटी अस्पताल में काम करती थी जहां 10 घायल लोगों को इलाज के लिए भेजा गया है| 10 अन्य लोगों को सेंट जॉर्ज अस्पताल ले जाया गया है| 1984 में बना यह ओवरब्रिज सीएसटी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म 1 से टाइम्स ऑफ इंडिया की इमारत को जोड़ता है| क्षेत्र में यातायात प्रभावित हुआ है| मुंबई पुलिस ने यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने के लिए कहा है|
इस मामले में महाराष्ट्र के मंत्री विनोद तावड़े ने कहा है कि पुल खराब स्थिति में नहीं था इसके लिए मामूली मरम्मत की आवश्यकता थी जिसके लिए काम चल रहा था| काम पूरा होने तक इसे बंद नहीं किया गया था| इसकी भी जांच की जाएगी|
पहले भी हो चुकें है हादसे
मुंबई हमारे देश का ‘फिननसियल कैपिटल’ है| हमारे ‘फिननसियल कैपिटल’ मुंबई में फुटओवर ब्रिज हादसा पहली बार नहीं है बल्कि इस ब्रिज पहले भी 2 बार हादसे हो चुके है| इससे पहले 3 जुलाई 2018 को मुंबई के अंधेरी में फुटओवर ब्रिज हादसे में 6 लोग घायल हो गए थे| पर इस हादसे में किसी की मौत नहीं हुई थी| उसके बाद 29 सितंबर 2017 को मुंबई में एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 23 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे|
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सवाल ये है कि इस तरह के बार बार हादसे क्यों हो रहा है? हर हादसे में मौतें होती हैं और दर्जनों लोग जख्मी होते हैं| सवाल ये भी है कि इस सबका जिम्मेदार कौन है- महाराष्ट्र सरकार या मुंबई का बीएमसी ?
प्रधानमंत्री सहित नेताओं ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुंबई में फुटओवर ब्रिज हादसे में लोगों की जान जाने से बेहद आहत हूं| मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं| घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं| महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मुंबई में टीओआई बिल्डिंग के पास हुए फुटओवर हादसे की खबर सुनकर दुखी हूं| बीएमसी कमिश्नर और मुंबई पुलिस के अधिकारियों से बात की और उन्हें रेल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मिलकर तेजी से राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए हैं|
वहीँ, सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की| घायलों के इलाज का खर्च भी राज्य सरकार ही वहन करेगी|