
जब देश के रक्षक ही महिलाओं के भक्षक बन जाए तो इस समाज का क्या होगा। दरअसल, पुणे के सेना अस्पताल में काम करने वाली एक गूंगी-बहरी महिला ने आर्मी के चार जवानों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। जिसमें पुणे पुलिस ने आर्मी के 4 जवानों के खिलाफ रेप का केस दर्ज किया है। पीड़िता खडकी के सेना अस्पताल में काम करती है। आरोपी वहीं पर पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बनाते थे। पुलिस एफआईआर के अलावा खडकी स्थित सेना के मुख्यालय ने चारों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया है।
महिला बोल-सुन नहीं सकती है, इसलिए जुलाई में उसने इंदौर के एक एनजीओ को संपर्क किया। एनजीओ ने विशेषज्ञ ज्ञानेंद्र पुरोहित की मदद से इशारों में उसके बयान दर्ज किए। ज्ञानेंद्र महिला के साथ पुणे आए और हॉस्पिटल के कमांडेंट से चारों जवानों की शिकायत दर्ज कराई। सोमवार को महिला ने इंदौर के डीआईजी हरि नारायणचारी मिश्रा से संपर्क किया।
उसने कहा कि वह जुलाई 2015 में सेना हॉस्पिटल में काम कर रही थी। उसकी नाइट शिफ्ट थी और उसी दौरान एक जवान ने वॉर्ड के टॉइलट में उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला ने बताया कि इस घटना के बाद उसने मेसेज भेजकर इसकी शिकायत भी कि जिसके बाद एक उच्चाधिकारी ने उसे आश्वासन भी दिया लेकिन उस उच्चाधिकारी ने उसे अपने पास बुलाकर उसका दुष्कर्म किया।
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महिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि इसके बाद उसे धमकी दी जाने लगी कि अगर वह उनके साथ संबंध नही बनाएगी तो उसका मैसज वायरल कर दिया जाएगा और फिर दोनों आरोपी और दो अन्य जवानों ने उसका चार साल तक शारीरिक शोषण किया। दो जवानों ने उसका अश्लील वीडियो क्लिप भी बनाया और उसे ब्लैकमेल करने लगे।
गौरतलब है कि इस महिला के पति की मौत हो चुकी है और उसका एक 12 साल का बेटा भी है जिसके पालन पोषण के लिए वह यहां नौकरी कर रही है। उसने अपने साथ लगातार हो रही दुष्कर्म की घटनाओं से परेशान हो दिन में ड्यूटी लगवाने का अनुरोध भी किया था लेकिन किसी ने उसकी नही सुनी।
उधर, सीनियर आर्मी ऑफिसर ने बताया कि दो मुख्य आरोपी जवान आर्मी मेडिकल कोर के हैं। उस दौरान वे हॉस्पिटल में कोर्स कर रहे थे। अभी एक कश्मीर में और दूसरा लखनऊ के सैन्य बेस में तैनात है। दो अन्य आरोपियों में से एक अभी भी हॉस्पिटल में काम कर रहा है और दूसरा पुणे से ट्रांसफर कर दिया गया है।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए गए हैं। छह अधिकारियों की एक कमिटी गठित की गई है। इसमें एक महिला अधिकारी भी हैं। कमिटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट आने के बाद विभाग आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।

