
स्टील और बिजली उत्पादन में अच्छी बढ़ोत्तरी के बल पर आठ बुनियादी उद्योगों यानी कोर सेक्टर्स की वृद्धि दर इस साल मई में 5.1 प्रतिशत रही। पिछले साल मई में 4.1 प्रतिशत की ग्रोथ रेट की गई थी। कोर सेक्टर में आने वाले 8 उद्योग कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, फटिलाइजर्स, स्टील, सीमेंट और बिजली हैं।
इस बार स्टील सेक्टर में सबसे ज्यादा ग्रोथ
देश के आठ कोर सेक्टरों में से स्टील सेक्टर में 19.9 फीसदी की दर से बढ़ोतरी दर्ज हुई है। बिजली सेक्टर में 7.2 फीसदी की दर से इजाफा हुआ है, जबिक क्रूड ऑयल, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स और फर्टिलाइजर्स सेक्टर में निगेटिव वृद्धि हुई है। मई, 2019 में क्रूड ऑयल का उत्पादन पिछले साल मई महीने की तुलना में 6.9 फीसदी घटा है। रिफाइनरी प्रोडक्ट्स का उत्पादन 1.5 फीसदी घटा है और फर्टिलाइजर्स का उत्पादन भी 1.0 फीसदी कम हुआ है। इसके अलाव प्राकृतिक गैस का उत्पादन पिछले साल मई के मुकाबले स्थिर रहा है। लेकिन सीमेंट और कोयला का उत्पादन 2.8 फीसदी और 1.8 फीसदी बढ़ा है।
चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों अप्रैल-मई में इन कोर सेक्टर की वृद्धि दर 5.7 फीसदी रही, जो पिछले साल की इसी अवधि में 4.4 फीसदी रही थी। अप्रैल 2019 में में कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट महीने दर महीने आधार पर गिरकर 2.6 फीसदी पर आ गई थी। मार्च 2019 यह 4.7 फीसदी थी। अप्रैल 2019 में साल दर साल आधार पर कोर सेक्टर ग्रोथ रेट बढ़ी थी।