गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने दावा किया था कि पिछले 48 घंटों में कोई भी घटना नहीं हुई है। लेकिन मुख्यमंत्री का यह दावा उस खबर से फेल हुआ है कि अहमदाबाद में करीब 47 उत्तर भारतीयों को बंधक बना लिया गया है। रुपाणी ने राजकोट में कहा कि हम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और परेशानी की स्थिति में लोग पुलिस को बुला सकते हैं। हम उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएंगे।
योगी और नीतीश ने की रुपाणी से बात
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुजरात मुख्यमंत्री से बात की और सुरक्षा का हाल-चाल लिया। दोनों मुख्यमंत्रीयो ने कहा कि विजय रुपाणी ने उन्हें इस तरह की घटनाओं पर कड़े एक्शन लेने का भरोसा दिया है।
राहुल ने कहा बेरोजगारी असल कारण
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात की इस घटना पर ट्वीट किया है कि गुजरात में हो रही हिंसा की असली जड़ वहां के बंद पड़े कारखाने और बेरोजगारी है। व्यवस्था और अर्थव्यवस्था दोनों चरमरा रही है। प्रवासी मजदूरों को इसका निशाना बनाना पूरी तरह गलत है।
इस बीच कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने दावा किया कि उन्होंने कभी भी क्षत्रिय ठाकुर सेना को गैर गुजरातियों पर हमले या हिंसा में शामिल होने के लिए नहीं कहा। अहमदाबाद अपराध शाखा के साइबर अपराध प्रकोष्ठ ने सोशल मीडिया पर गैर-गुजराती लोगों के खिलाफ नफरत वाले संदेश फैलाने में संदिग्ध रूप से शामिल लोगों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जे के भट्ट ने कहा कि दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और कई और भी लोगों को जल्द ही गिरफ्तार किया जायेगा।
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घटना गुजरात के साबरकांठा जिले में पिछले हफ्ते 14 महीने की बच्ची से कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में बिहार के एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद राज्य के कई हिस्सों में गैर गुजरातियों, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले लोगों को निशाना बनाया गया है। पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने शुक्रवार को बताया कि इस तरह के हमले पिछले एक हफ्ते में गांधीनगर, मेहसाना, साबरकांठा, पाटन और अहमदाबाद जिलों में हुए हैं और इन घटनाओं के संबंध में 170 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर गैर गुजरातियों, खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के खिलाफ नफरत भरे संदेश फैलाए जाने के बाद ये हमला हुआ है। पुलिस ने बताया कि 28 सितंबर को साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर कस्बे के पास एक गांव में 14 महीने की बच्ची से कथित तौर पर बलात्कार हुआ था। उन्होंने बताया कि बिहार के रहने वाले रविंद्र साहू नाम के मजदूर को घटना वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने संवाददाताओं को बताया कि गैर गुजरातियों पर हमले के बाद से राज्य के विभिन्न जिलों में अब तक 18 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा, हमनें 170 लोगों को गिरफ्तार किया है। हम इस तरह की गतिविधियों की किसी भी कीमत में अनुमति नहीं देंगे। हमनें कारखानों और (हाउसिंग) सोसाइटियों में निगरानी बढ़ा दी है। हम सोशल मीडिया संदेशों पर भी सख्त नजर रख रहे हैं। यह पता लगने पर कि बलात्कार का आरोपी बिहार का रहने वाला है, के बाद क्षत्रिय ठाकुर सेना ने कहा कि अन्य राज्यों के प्रवासी कामगारों को गुजरात में नौकरी नहीं दी जानी चाहिए ।
पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति ने यह संदेश फैला दिया कि एक फैक्ट्री में बड़ी संख्या में गैर गुजराती लोगों को नौकरी दी गई है। इसके बाद शुक्रवार की सुबह अरवल्ली जिले के काबोला गांव में एक फैक्ट्री के बाहर 200 लोगों की भीड़ इकट्टी हो गई। हालांकि, अरवल्ली जिले के पुलिस अधीक्षक मयूर पाटिल ने कहा कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया और इनमें से 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया और उन पर दंगा भड़काने और दो समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के आरोप लगाए गए।

