बुधवार को भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थाई सदस्य चुन लिया गया है। एशिया-प्रशांत श्रेणी की सीट से भारत आठवीं बार अस्थाई सदस्य बना है। ये सदस्यता 2021-22 यानी दो साल के लिए होगी।
संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य होते हैं। जिसमे 5 सदस्य स्थाई होते हैं तथा बाकी 10 अस्थाई होते हैं। जो 10 सदस्य अस्थाई होते हैं,उनमे से हर साल संयुक्त राष्ट्र महासभा दो साल के कार्यकाल के लिए पांच अस्थायी सदस्यों का चुनाव करती है। इनमें दुनिया के अलग-अलग हिस्सों के लिए 2-2 सीटें चुनी जाती हैं। सुरक्षा परिषद में जो पांच सदस्य स्थाई हैं उनमें चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं।
कब-कब भारत अस्थाई सदस्य चुना गया
ऐसा पहली बार नहीं है, जब भारत सुरक्षा परिषद का अस्थाई सदस्य चुना गया है। इससे पहले भी वह सात बार इस श्रेणी में शामिल हो चुका है।
इससे पहले भारत 1950-51, 1967-68, 1972-73, 1977-78, 1984-85, 1991-92 और 2011-12 UNSC का अस्थाई सदस्य रहा था।
अस्थाई सीटों का वितरण
10 अस्थाई सीटों का वितरण क्षेत्रीय आधार पर किया जाता है। इसमें एशियाई और अफ्रीकी देशों के लिए पांच, पूर्वी यूरोपीय देशों के लिए एक, दक्षिण अमेरिकी और कैरेबियाई देशों के लिए दो और पश्चिमी यूरोपीय और अन्य देशों के लिए दो सीटें निर्धारित की गई हैं।
परिषद के लिए चुने जाने के लिए, उम्मीदवार देशों को महासभा में मौजूद और मतदान करने वाले सदस्य देशों के मतपत्रों का दो-तिहाई बहुमत चाहिए।
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अस्थाई सीटों के उम्मीदवार
इस साल जिन पांच सीटों पर अस्थाई सदस्यता के लिए चुनाव होना था, उनमें एशिया-पैसिफिक समूह (APG) की सीट के लिए भारत एकमात्र प्रत्याशी था। जानकी इसी तरह लैटिन अमेरिका और कैरिबयाई समूह की सीट के लिए मैक्सिको एकमात्र प्रत्याशी था।
पश्चिम यूरोप और अन्य समूह (WEOG) की दो सीटों के लिए कनाडा, आयरलैंड और नॉर्वे मैदान में उतरे। इसी तरह अफ्रीकी समूह की एक सीट के लिए केन्या और जिबूती मैदान में उतरे।
वोटिंग
कोरोना वायरस महामारी के कारण 192 में से 184 सदस्य वोटिंग के लिए शामिल हुआ ।भारत को अपनी सीट जीतने के लिए दो तिहाई वोटों की जरूरत थी,जिसका मतलब 128 वोट। बैलेट पेपर के जरिए हुए वोटिंग मे भारत को 192 मे से 184 वोट मिले,मतलब सभी 184 सदस्यों ने भारत के समर्थन में वोट किया।
भारत के अलावा आयरलैंड, मैक्सिको और नॉर्वे ने भी इस चुनाव में जीत दर्ज की।
पिछले साल जून में एशिया-पैसिफिक समूह (APG) के सभी 55 सदस्यों ने सर्वसम्मति से भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया था जिसमे चीन और पाकिस्तान भी शामिल थे।
भारत ने समर्थन के लिए अन्य देशों का धन्यवाद भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को अस्थाई सदस्य चुने जाने के बाद अपनी खुशी जाहीर करते हुए एक ट्वीट में कहा- “यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में भारत की अस्थाई सदस्यता के लिए दुनिया ने समर्थन और सहयोग दिया। मैं उनका आभार प्रकट करता हूं। भारत सभी के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय शांति, सुरक्षा और बराबरी के लिए काम करेगा।”
अमेरिका ने भी सुरक्षा परिषद में भारत की अस्थाई सदस्यता का स्वागत किया। कहा- भारत और अमेरिका मिलकर दुनिया में अमन बहाली और सुरक्षा जैसे अहम मुद्दों पर काम करेंगे।
