
महराष्ट्र के बीड जिले में एक महिला पुलिस अधिकारी का विवादित विडियो सामने आया था जो इन दिनों सोशल मीडिया में बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है| वायरल हुए इस वीडियो में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की एक प्रोबेशनरी अधिकारी भाग्यश्री नवटाके को कथित तौर पर यह बोलते हुए देखा गया कि पिछले छह महीनों में उन्होंने दलित और मुसलमानों की जमकर पिटाई की है|
पांच मिनट के इस विडियो क्लिप में ब्लैक शर्ट पहनी महिला पुलिस अफसर भाग्यश्री नवटाके प्लास्टिक की कुर्सी पर अपने पुरुष साथियों के साथ बैठीं नज़र आ रहीं है जिसमें वे दलितों व मुसलमानों पर झूटे आरोप लगाने की बात कह रहीं है| इस क्लिप में यह साफ़ सुना जा सकता है कि किस तरह से उसने दलितों और मुसलमानों पर रेप और हत्या के झूटे आरोप लगाए| उसने 21 दलितों के खिलाफ अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों अधिनियम (अत्याचार रोकथाम) के तहत झूटी शिकायत दर्ज की है| साथी ही नवटाके ने मुसलमानों के खिलाफ भी आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत झुटा मामला दायर किया है जो जाहिर है ऐसे मामलों में आसानी जमानत नहीं मिलती|
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एक और घटना का वर्णन करते हुए महिला पुलिस अफसर कह रही है कि उसने एक बार पुणे के पिंपरी में अपने कार्यकाल के दौरान दलितों पर झुटा मामला दायर किया था क्यूंकि अपराधियों का ताल्लुक मराठा समुदाय से था|
इस वीडियो में दिख रहा है कि आईपीएस अधिकारी अपने सामने बैठे एक व्यक्ति से वह मराठी में यह कहती हुई दिख रही है, ‘मैंने तुम्हे बस चार-पांच बार मारा है लेकिन क्या तुम्हें पता है कि हम दलितों को कैसे पीटते हैं? हम उनके हाथ-पैर बांध देते हैं और फिर पीटते हैं|’
यह विडियो कुछ वक़्त पुराना है| विडियो में भाग्यश्री नवटाके कह रही है कि तुम मराठा हो इसलिए तुम्हे पीठ पर मार रही हूँ, यदि दलित होते तो तुम्हरा सर फोड़ देती| विडियो में आगे वो कह रही है कि आरोपी अगर मराठा है तो गिरफ्तारी के बाद हम उससे इस तरह से पेश आते है और यदि आरोपी दलित है तो उस तरह से| नवटाके विडियो में खुद को मराठा कह रही है| इस विडियो के सामने आने के बाद बवाल मच गया है| सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाग्यश्री नवताके के साथ बैठ 4 पुरुषों का सबंध मराठा क्रांति मोर्चा से हैं जिन्होंने हाल ही में मराठों के लिए नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण मांगने वाले राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किया|
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बहुजन विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबुराव पोटभरे ने भाग्यश्री नवटाके के खिलाफ अट्रोसिटी के तहत केस दर्ज करने और नौकरी से सस्पैंड करने की मांग की है| उन्होंने पुलिस महासंचालक को भी इससे अवगत कराया है|
बहरहाल, महिला पुलिस अधिकारी द्वारा 21 दलितों के हाथ-पैर बांधकर पिटाई करने के बाद उनका तबादला कर दिया गया है| एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि महिला अधिकारी ने कहा था कि अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए उन्होंने ऐसा किया था|

