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- पीएम मोदी ने राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आपके पिताजी को आपके राग दरबारियों ने मिस्टर क्लीन बना दिया था| गाजे-बाजे के साथ मिस्टर क्लीन मिस्टर क्लीन चला था लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नंबर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया|’
- कांग्रेस लीडर राहुल गाँधी ने भी ट्वीट कर कहा, ‘मोदी जी, युद्ध समाप्त हो चुका है| आपके कर्म आपका इंतज़ार कर रहे हैं| खुद को लेकर अपनी सोच को मेरे पिता पर डालने से आप बच नहीं पाएंगे| प्यार और जोरदार झप्पी| राहुल|’
इस बार का लोकसभा चुनाव कई मायनो में अलग है| चुनावी भाषणों के दौरान जिस तरह की अभद्र भाषा और बयानों का प्रयोग किया जा रहा है वह आज से पहले कभी नहीं देखा गया| पांचवें चरण के चुनाव से ठीक एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राजनितिक भाषण में राजनीती की सारी पार कर दी|
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अपने भाषण में पीएम मोदी ने राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘आपके पिताजी को आपके राग दरबारियों ने मिस्टर क्लीन बना दिया था| गाजे-बाजे के साथ मिस्टर क्लीन मिस्टर क्लीन चला था लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नंबर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया|’
वर्तमान में लोकसभा चुनाव युद्ध के मैदान में तब्दील होता दिख रहा है जिसमे सब जाएज़ है| देश के प्रधानमंत्री द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के लिए इस तरह की भाषा शर्मनाक है जिसने अब राजनितिक बयान-बाजी की सारी हदे पार दी है| इसके अलावा चुनाव आयोग द्वारा पीएम मोदी और अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ दायर की गई अचार संहिता तोड़ने की शिकायतों को लेकर एक बाद एक क्लीन चीट मिलना सवालों के घेरे में आता है|
उदाहरण के लिए, पीएम मोदी ने अपनी जनसभा जनता को संबोधित करते हुए फर्स्ट टाइम वोटरो से अपील की थी कि वें अपना वोट बालाकोट एयरस्ट्राइक से जुड़े जवानों को दें| पीएम मोदी के इस बयान को लेकर आयोग में शिकायत की गई थी लेकिन चुनाव आयोग ने निष्कर्ष निकाला कि पीएम ने सीधे तौर पर अपनी पार्टी के लिए वोट नहीं मांगे थे|
इसके साथ ही चुनाव आयोग के मुताबिक पीएम ने तब भी आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया था जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड से लड़ने के फैसले पर निशाना साधा| पीएम मोदी ने कहा था, ‘वो (राहुल) माइक्रोस्कोप लेकर एक सुरक्षित सीट खोजने निकले और एक ऐसी सीट चुनी जहां बहुसंख्यक अल्पसंख्यक हैं|’
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इस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार के वोटरों से बालाकोट के बारे में बोलकर भी आचार संहिंता का उल्लंघन नहीं किया और चुनाव आयोग को पीएम के उस बयान से भी कोई आपत्ति नहीं थी जिसमें उन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ देश के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात कही थी जिसमें कहा गया था ‘नए भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया|’ आलोचकों का मानना था कि ये बालाकोट हमले का राजनीतिकरण है|
भारत के प्रधानमंत्री द्वारा इस तरह की बयानबाजी तथ्यों और अचार संहिता के साथ खिलवाड़ है| बहरहाल, नरेंद्र मोदी ने राजीव गांधी पर जिस तरह से निशाना साधा है उससे प्रियंका गांधी के इस आरोप में दम दिखता है कि मोदी जी के दिमाग़ में उनके परिवार के प्रति एक तरह की सनक है| प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है, शहीदों के नाम पर वोट मांगकर उनकी शहादत को अपमानित करने वाले प्रधानमंत्री ने कल अपनी बेलगाम सनक में एक नेक और पाक इंसान की शहादत का निरादर किया| वहीँ, कांग्रेस लीडर राहुल गाँधी ने भी ट्वीट कर कहा, ‘मोदी जी, युद्ध समाप्त हो चुका है| आपके कर्म आपका इंतज़ार कर रहे हैं| खुद को लेकर अपनी सोच को मेरे पिता पर डालने से आप बच नहीं पाएंगे| प्यार और जोरदार झप्पी| राहुल|’