
दिल्ली में केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के मुखिया उपेंद्र कुशवाहा ने लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव के साथ दिल्ली में मुलाकात की है। इससे पहले उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से सीटों के बंटवारे को लेकर पैदा हुए भ्रम की स्थिति पर चर्चा करने के लिए मुलाकात का समय मांगा था। माना जाता है कि वह बिहार में दो लोकसभा सीट मिलने से नाराज हैं। वहीं बिहार में भाजपा नीतीश कुमार के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली है।
कल एनडीए में एक नया मोड आया जब कुशवाहा कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के दो विधायक ने नितीश कुमार से मुलाक़ात की, उसके बाद ये अटकलें तेज़ हो गयी के ये दोनों विधायक कुशवाहा को छोड़ कर नितीश की पार्टी JD (U) में शामिल हो जायेंगे |
शरद यादव से मुलाकात के बाद कुशवाहा ने कहा की नीतीश कुमार जी हमारे विधायक को अपनी तरफ करने की कोशिश कर रहे हैं। वह उपेंद्र कुशवाहा और उनसी पार्टी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह मुझे कोई क्षति नहीं पहुंचा पाएंगे। वह एनडीए का हिस्सा हैं और हम भी हैं। उन्हें इस तरह की चीजें नहीं करना चाहिए।
कुशवाहा और नीतीश कुमार के बीच चलनेवाली खींचतान नई नहीं है। कई मौकों पर कुशवाहा कुमार का और उनकी नीतियों का विरोध कर चुके हैं। कुछ दिनों पहले ही नीतीश ने कुशवाहा को नीच कह दिया था। जिसके बाद कुशवाहा समाज के लोगों ने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने कुशवाहा समर्थकों पर लाठीचार्ज कर दिया था। इस दौरान कई पुलिसकर्मी और समर्थक घायल भी हो गए थे।
Related Article:
- लोकसभा 2019: बीजेपी और जेडीयू में बनी सीटों पर सहमति, दोनों बराबर सीटों पर लड़ेंगे
- निर्वाचन आयोग ने क्या पांच राज्यों में चुनाव की घोषणा
- बिहार में सिपाहियों का हिंसात्मक प्रदर्शन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने मांगी पूरे मामले की रिपोर्ट
बताया जा रहा हैं कि सीट बंटवारे से नाराज उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं। महागठबंधन में अपनी जमीन को मजबूत करने के लिए ही उन्होंने शरद यादव से मुलाकात की थी। शरद यादव पहले जेडीयू में थे लेकिन लालू का साथ छोड़कर भाजपा के साथ जाने के मुख्यमंत्री नितीश के फैसले के खिलाफ उन्होंने पार्टी से नाता तोड़ लिया था। इसके बाद से उन्होंने लालू यादव से अपनी नजदीकियां बढ़ाने का काम किया है।
उपेंद्र कुशवाहा ने शरद यादव से मिलने से पहले एनडीए के सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासवान से रविवार को हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा था कि सीटों का बंटवारा जल्दी हो और इस पर बातचीत हो यह सभी (लोजपा भी) चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह और लोजपा प्रमुख दोनों चाहते हैं कि सीटों के बंटवारे को लेकर निर्णय किये जाने में अधिक समय नहीं लगना चाहिए क्योंकि इससे कई तरह का भ्रम पैदा हो रहा है।

