
महात्मा गांधी की हत्या के बाद सरदार पटेल ने 1948 में आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दिया था जिसे बाद में हटा लिया गया था |
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को प्रतिबंधित करने के सरदार वल्लभ भाई पटेल के आदेश को उनकी विशालकाय प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के नीचे लगाया जाना चाहिए। इस प्रतिमा का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को करने वाले हैं।
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पीटीआई से बात करते हुए आनंद शर्मा ने कहा, ‘महात्मा गांधी की हत्या के बाद 1948 में सरदार पटेल द्वारा जारी एक लिखित आदेश है। उस आदेश को प्रतिमा के नीचे लगाया जाना चाहिए ताकि देश को उनके बारे में पटेल की सोच का पता चले। हालांकि उन्होंने आरएसएस का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा प्रत्यक्ष रूप से उसी तरफ था। महात्मा गांधी की हत्या के बाद पटेल ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया था जिसे बाद में हटा लिया गया।
गौरतलब है कि गुजरात के नर्मदा जिले में इस महीने के अंत में सरदार पटेल की विशालकाय प्रतिमा का लोकार्पण किया जाना है। इसकी ऊंचाई 182 फीट है और यह विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है। इसका निर्माण तीन हजार करोड़ रुपए की लागत से हुआ है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पसंदीदा परियोजनाओं में से एक है, जिस पर काम उनके प्रधानमंत्रित्वकाल की शुरूआत में शुरू हुआ था और यह रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार हुई है।

