
कांग्रेस ने सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर नीरव मोदी-पीएनबी घोटाले पर अपने हमले को तेज कर दिया और पूछा कि क्यों आयकर विभाग ने अपनी जांच रिपोर्ट साझा नहीं की थी। कोंग्रस ने इस मुद्दे पर वित्त मंत्री के इस्तीफे की मांग की।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएनबी घोटाले के उजागर होने से 8 महीने पहले ही आयकर विभाग को नीरव मोदी के काले कारनामों की भनक लग गई थी, लेकिन विभाग ने दूसरी जांच एजेंसियों से यह जानकारी साझा नहीं की। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से हजारों करोड़ का लोन लेकर भागे नीरव मोदी के कारनामों के बारे में इनकम टैक्स विभाग को पहले से ही जानकारी थी। अंग्रेज़ी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने इस बात का खुलासा किया है। अखबार के मुताबिक आयकर विभाग की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि घोटाले के उजागर होने से 8 महीने पहले ही नीरव मोदी के काले कारनामों की उन्हें भनक लग गई थी, लेकिन विभाग ने दूसरी जांच एजेंसियों से यह जानकारी साझा नहीं की।
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नीरव मोदी के काले कारनामों में हीरो का फर्जी खरीद फरोख्त, शेयर के रेट बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना, रिश्तेदारों को गलत लोन देना और जाली कागज़ात के जरिये लोन लेने जैसी चीजें शामिल है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने नीरव मोदी को लेकर दस हज़ार पन्नों की रिपोर्ट 8 जून 2017 को तैयार की थी, लेकिन इसकी जानकारी सीबीआई, सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस (SFIO), प्रवर्तन निदेशालय (ED), डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) को नहीं दी गई। ऐसे में 8 महीने बाद यानी फरवरी 2018 में पीएनबी घोटाले का खुलासा हो सका।
आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, ये जानकारियां दूसरी जांच एजेंसियों के साथ इसलिए शेयर नहीं की गई, क्योंकि ऐसा कोई प्रोटोकोल नहीं है। उन्होंने कहा, ‘नीरव मोदी और मोहुल चौकसी के घोटाले सामने आने के बाद इस साल जुलाई-अगस्त से डिपार्टमेंट को सारी जानकारी फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) से साझा करने को कहा गया। FIU बाद में सारी जानकारियां दूसरी एजेंसी को भी देती है।
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क्या है मामला
पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी और उसका चाचा मेहुल चोकसी मुख्य आरोपी है। उसने पीएनबी की मुंबई स्थित ब्रैडी हाउस ब्रांच के अधिकारियों की मिलीभगत से ये घोटाला किया। नीरव और उसके चाचा मेहुल चोकसी ने फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स के जरिए बैंक से रकम लेकर विदेशों में ट्रांसफर की। सरकार दोनों दागी कारोबारियों के प्रत्यर्पण की कोशिशों में जुटी है। नीरव मोदी फिलहाल ब्रिटेन में है, वहीं मेहुल चौकसी एंटीगा की नागरिकता ले चुका है।

