हाल ही में सऊदी अरब में उच्च स्तरीय व्यापार महासम्मलेन का आयोजन हुआ जिसमें उद्योग जगत से जुड़े कई नामचीन हस्तियों ने हिस्सा लिया वहीँ, कुछ हस्तियों ने सम्मलेन में हिस्सा नहीं लिया| बात दें कि इस सम्मेलन को ‘दावोस इन द डेजर्ट’ के नाम से जाना जाता है।
मालूम हो की सऊदी अरब में पत्रकार जमाल खाशोगी की हत्या के बाद यहाँ की सरकार को अन्तराष्ट्रीय नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है| नतीजतन मंगलवार से शुरू निवेशकों के सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड और अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन म्नूचिन समेत कई हस्तियों ने हिस्सा नहीं लिया|
तीन दिन के इस सम्मेलन ‘फ्यूचर इंवेस्टमेंट इनिशिएटिव’ (एफआईआई) के दौरान देश में कई नए उद्यमों की स्थापना और अरबों डॉलर के समझौते की घोषणा किए जाने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन अब इसकी संभावना कम लग रही है| मालुम हो खाशोगी की हत्या की घटना के बाद सऊदी अरब को लेकर वैश्विक स्तर पर नाराजगी है|
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, खाशोगी दो अक्टूबर को तुर्की में इंस्ताबुल स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास गए थे जिसके बाद वें कभी वापस नहीं लौटे| इस घटना के बाद दुनिया भर में खाशोगी की गुमशुदगी को लेकर चर्चा होती रही, साथ ही उनकी ह्त्या की अफवाहे भी फैली थी| इस मसले पर तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोआन ने नियोजित हत्या करार दिया है|
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अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड और अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन म्नूचिन ने इस मामले से दूरी बनाई हुई हैं| इसके अलावा सीमेन, जेपी मॉर्गन, फोर्ड, उबर, ब्लूमबर्ग, सीएनएन और फाइनेंशियल टाइम्स जैसी कंपनियों ने भी इसमें शामिल होने से मना कर दिया था | रियाद के रिट्ज कार्लटन होटल में यह सम्मेलन कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ है|
इसके अलावा कई समाचार संगठनों ने भी पत्रकार जमाल खशोग्गी के रहस्यमय हालात में लापता हो जाने के बाद अपने कदम पीछे खींच लिए हैं| खबर के मुताबिक, समाचार संगठनो ने ब्लूमबर्ग सम्मेलन से अपने कदम पीछे खींचने वाले संगठनों में शामिल हो गया है| एक प्रवक्ता ने कहा कि ब्लूमबर्ग अब ‘फ्यूचर इंवेस्टमेंट इंशिएटिव’ के लिए मीडिया साझेदारों के रूप में अपनी सेवाएं नहीं देगा|
40 हस्तियों ने सम्मलेन से इनकार किया
ख़ाशोज्जी को लेकर सऊदी अरब सुर्ख़ियों पर बना हुआ है वहीँ, अमरीका के साथ रिश्तों की भी आलोचना हो रही है| अमरीकी राष्ट्रपति डोनल ट्रंप ने कहा है कि वो इस मामले में सऊदी बयान से संतुष्ट हैं| रियाद का अंतरराष्ट्रीय निवेश सम्मेलन भी ख़ाशोज्जी की हत्या के बाद उपजे राजनयिक संकट की चपेट में आ गया है| इस सम्मलेन में 140 फ़र्मों के 150 हाई प्रोफाइल वक्ता बोलने वाले थे लेकिन 40 लोगों ने इस सम्मलेन में हिस्सा नहीं लिया|
पिछले साल शुरू हुए इस सम्मलेन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्रिप्टोकरंसी और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा हुई थी| इस बार अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सौद की मेजबानी में यह सम्मेलन 23 अक्टूबर से शुरू हुआ था| इस सम्मेलन को उनके 2030 विजन को दर्शाने के लिए आयोजित किया गया था। यह विजन देश की तेल पर निर्भरता को तोड़ता है|

