
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने केंद्र पर निशाना साधते हुए गुरुवार को कहा
कि अगर आप राम मंदिर नहीं बना सकते तो हमें कहें, हमारे शिव सैनिक राम
मंदिर बनाने के लिए तैयार हैं। शिवसेना ने शुक्रवार को बीजेपी से अयोध्या
में राम मंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश लाने और तारीख की घोषणा करने के
लिए कहा।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के एक
संपादकीय लेख में लिखा, सत्ता में बैठे लोगों को शिवसैनिकों पर गर्व होना
चाहिए जिन्होंने राम जन्मभूमि में बाबर राज को खत्म कर दिया। शिवसेना ने
आगे कहा कि वह चुनाव के दौरान न तो भगवान राम के नाम पर वोटों की भीख
मांगती है और न ही जुमलेबाजी करती है। शिवसेना प्रमुख उद्धव राम मंदिर
निर्माण की मांग को लेकर 25 नवंबर को अयोध्या का दौरा करेंगे।
Related Articles:
- राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू
- 3 महीने के लिए टल गई अयोध्या विवाद की सुनवाई
संपादकीय में लिखा है, हमारे अयोध्या दौरे को लेकर खुद को हिंदुत्व समर्थक
कहने वालों के पेट में आखिर दर्द क्यों हो रहा है? हम राजनीतिक मकसद से
वहां नहीं जा रहे हैं। शिवसेना ने दावा किया कि उसने ‘चलो अयोध्या’ का नारा
नहीं दिया है। उसने कहा कि अयोध्या किसी की निजी जगह नहीं है। शिवसैनिक
वहां भगवान राम के दर्शन करने जा रहे हैं। सत्ता में बैठे लोग राम मंदिर के
निर्माण की तारीख क्यों तय नहीं कर रहे हैं? अगर मंदिर निर्माण का मु्द्दा
आपके हाथ से निकल गया तो 2019 में आपकी रोजी-रोटी के अलावा कई लोगों की
जुबान बंद हो जाएगी।
संपादकीय में ये भी कहा गया है, अयोध्या में अब रामराज नहीं सुप्रीम कोर्ट
का राज है। 1992 में बालासाहेब के शिवसैनिकों ने रामजन्मभूमि में बाबर राज
को तबाह कर दिया था। फिर भी सत्ता में बैठे लोग उन शिवसैनिकों पर गर्व करने
के बजाय उनसे डर और जलन महसूस कर रहे हैं। अयोध्या जा रहे शिवसैनिकों पर
तोहमत लगाने की जगह सरकार को मंदिर निर्माण के लिए तारीख बताकर संदेह खत्म
करना देना चाहिए।

