उत्तर प्रदेश के शामली में रेलवे पुलिस (जीआरपी) के कर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने एक निजी चैनल के पत्रकार की पिटाई की।
उत्तर प्रदेश के शामली में रेलवे पुलिस (जीआरपी) के कर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने एक निजी चैनल के पत्रकार की पिटाई की। पत्रकार ने यह भी आरोप लगाया है कि बाद में उसे लॉकअप मे बंद करके नंगा किया गया और उसके मुंह पर पेशाब की गई। मामला सामने आने के बाद पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के आदेश पर जीआरपी के एसएचओ राकेश कुमार और एक कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। इन दोनों के ऊपर पत्रकार अमित शर्मा से बदसलूकी का आरोप है।
क्या है मामला
ट्रेन डीरेल होने की सूचना पर न्यूज़ 24 के पत्रकार मंगलवार की देर शाम शामली रेलवे स्टेशन पर पहुंचे थे और हादसे की खबर कवरेज कर रहे थे। वहां पहले से ही मौजूद जीआरपी थाना प्रभारी राकेश कुमार व उनकी टीम ने पत्रकार के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। जब पत्रकार ने इसका विरोध किया तो थाना प्रभारी व उनकी टीम ने पत्रकार के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस हाथापाई में पत्रकार का कैमरा भी टूट गया। उन्होंने अपने छह पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पत्रकार को घेर लिया और जानलेवा हमला कर दिया। दबंगों ने पत्रकार को एक के बाद एक कई थप्पड़ जड़ दिए और लात- घुसों से करीब 500 मीटर तक पत्रकार को बुरी तरह पीटते हुए थाने ले गए।
गौरतलब है कि पत्रकार ने कुछ दिन पूर्व शामली रेलवे स्टेशन पर काम कर रहे अवैध वेंडरों की खबर चलाई थी। जिस पर एसओ जीआरपी की फजीहत हुई थी। जिससे झल्लाए एसओ ने अपना बदला पूरा किया।
मामला मीडिया में सुर्खियां बनने के बाद डीजीपी ओपी सिंह ने पूरे मामले का संज्ञान लिया है। डीजीपी ने इस मामले में टेस्टर जीआरपी राकेश कुमार व आरक्षी संजय पवार को निलंबित कर दिया है। एसपी जीआरपी मुरादाबाद को मौके पर जाकर मामले की जांच कर 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट देने की बात कही है। वहीं, पत्रकार आरोपी एसएचओ राकेश कुमार उनके साथी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गये है।