शीर्ष संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार (UN Human Rights) अधिकारी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ पिछले सप्ताह हुए आत्मघाती बम हमले की कड़ी निंदा की है और अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है| मानवाधिकार के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त (UNHCHR) मिशेल बाचेलेट ने भी उसी क्षेत्र में सोमवार को हुई बंदूक की लड़ाई से हुए जीवन के नुकसान से दुखी हैं, मानव अधिकार के लिए उच्चायुक्त के कार्यालय के प्रवक्ता (OHCHR) रूपर्ट कोलविले ने मंगलवार को जिनेवा में कहा| ‘उच्चायुक्त ने 14 फरवरी को जम्मू और कश्मीर के पुलवामा जिले में भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ आत्मघाती बम हमले की कड़ी निंदा की और अधिकारियों को न्याय के लिए जिम्मेदार ठहराया|
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जैश-ए-मोहम्मद के इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद पुलवामा के ही पिंगलान इलाके में मुठभेड़ में सेना के एक मेजर समेत चार जवान शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद में दो आतंकवादी मारे गए थे। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने उम्मीद जताई कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव से क्षेत्र में असुरक्षा की स्थिति और नहीं बढ़ेगी।
पिछले हफ्ते के आतंकी हमले की जगह से लगभग 12 किमी दूर पिंगलान इलाके में बंदूक से लड़ाई हुई थी| अधिकारियों ने कहा कि मुठभेड़ में तीन अन्य सैन्यकर्मियों की जान चली गई| मारे गए आतंकवादियों की पहचान कामरान और हिलाल अहमद के रूप में की गई, जो पाकिस्तानी नागरिक और जैश का शीर्ष कमांडर थे, जो स्थानीय समूह द्वारा भर्ती किए गए थे| संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख ने उम्मीद जताई कि दो परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच तनाव बढ़ने से इस क्षेत्र में असुरक्षा की भावना नहीं बढ़ेगी| पुलवामा आतंकी हमले के मद्देनजर, कोल्विल ने कहा कि उच्चायुक्त भारत की रिपोर्टों से भी चिंतित हैं कि कुछ तत्व हमले की धमकी और हिंसा के संभावित कृत्यों के लिए औचित्य के रूप में उपयोग कर रहे हैं| विभिन्न हिस्सों में रह रहे कश्मीरी लोगों को लक्षित कर रहे हैं|
भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को अधिकारियों को देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले निर्दोष कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है| कोल्विल ने कहा हम भारतीय अधिकारियों द्वारा इन घटनाओं से निपटने के लिए उठाए गए कार्यों को स्वीकार करते हैं और हमें उम्मीद है कि सरकार लोगों को हर तरह के नुकसान से बचाने के लिए कदम उठाएगी, जो कि उनकी जातीयता या पहचान के आधार पर उन पर निर्देशित हो सकते हैं|
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श्री दुजराईक ने कहा भारत और पाकिस्तान के बीच सामान्य स्थिति को देखते हुए हम पुलवामा में 14 फरवरी को भारतीय सुरक्षा कर्मियों पर हमले के मद्देनजर दोनों देशों के बीच तनाव में वृद्धि पर चिंतित हैं|
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के मिशन ने महासचिव के साथ बैठक के लिए अनुरोध किया।दुजारिक ने पिछले गुरुवार को दैनिक प्रेसिंग में कहा था|हम जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आज के हमले की कड़ी निंदा करते हैं और अपनी जान गंवाने वालों और सरकार और भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।