
(WTO) प्रमुख रोबर्टों ऐजेवेदो ने कहा कि आज दुनिया जिस वायरस का सामना कर रही है वह उसे गंभीर मंदी में ले जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड ट्रेड में करीब 13-32% की गिरावट दर्ज की जा सकती है। 2021 में भी कम रिकवरी की आशंका।
हाइलाइट्स
- आज दुनिया जिस वायरस का सामना कर रही है वह उसे गंभीर मंदी में ले जा सकता है
- WTO ने कहरा, कहा कि कोविड-19 से पैदा होने वाली मंदी 2008-09 के वित्तीय संकट से कहीं बड़ी होगी
- विश्व व्यापार में 2020 में 13 फीसदी से लेकर 32 फीसदी तक की गिरावट आने की आशंका
विश्व व्यापार संगठन के प्रमुख ने बुधवार को कहा कि कोरोना महामारी आर्थिक मंदी को दर्शाता है और कोरोनोवायरस महामारी के कारण होने वाली नौकरी का नुकसान 2008 की मंदी से भी बदतर होगा। “महामारी अनिवार्य रूप से अर्थव्यवस्था पर भारी प्रभाव डालेगी …” महानिदेशक रॉबर्टो अज़ेवेदो ने अपने घर से फिल्माए एक वीडियो संदेश में कहा | उन्होंने कहा, “हालिया अनुमान एक आर्थिक मंदी और नौकरी के नुकसान की भविष्यवाणी करते हैं जो एक दर्जन साल पहले वैश्विक वित्तीय संकट से भी बदतर हैं।” उन्होंने कहा कि ठोस पूर्वानुमान अभी तक उपलब्ध नहीं थे, लेकिन डब्ल्यूटीओ के इन–हाउस अर्थशास्त्रियों ने “व्यापार में बहुत तेज गिरावट” की उम्मीद की है । हालांकि, उन्होंने कहा कि देश तत्काल आर्थिक क्षति को सीमित करने और दीर्घकालिक वसूली के लिए नींव रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं।
उन्होंने कहा, ” उनके समन्वय प्रयासों से हमारी सामूहिक मंदी से लड़ने वाली शक्ति बढ़ेगी,”।
इस महीने के शुरू में कोरोनोवायरस मामले की रिपोर्ट करने के बाद से जिनेवा मुख्यालय में आमने–सामने की बैठकों को बंद कर दिया है, साथ ही जून में कजाकिस्तान में होने वाले प्रकोप के कारण इसकी प्रमुख द्विवार्षिक बैठक को समाप्त कर दिया।
ऐजेवेदो ने जिनीवा में यह बात कही। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि सतत आर्थिक वृद्धि के लिए जो भी उपाय हैं, उनका इस्तेमाल करें ताकि हालात में बदलाव लाया जा सके।
32% तक घट सकता है वैश्विक व्यापार:
WTO ने कहा कि कोरोनावायरसके कारण वैश्विक व्यापार के 2020 में एक तिहाई तक घटने की आशंका है। संगठन ने एक बयान में कहा, ‘विश्व व्यापार में 2020 में 13 फीसदी से लेकर 32 फीसदी तक की गिरावट आने की आशंका है। इसका कारण कोरोनायरस के कारण सामान्य आर्थिक गतिविधियां और जीवन बुरी तरीके से प्रभावित होना है।’संगठन ने यह भी कहा कि 2021 में विश्व व्यापार में 20-24 पर्सेंट के रीबाउंड की उम्मीद है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि कोरोनावायरस कितने समय तक रहता है। बहरहाल इस रिकवरी को लेकर जो अनुमान हैं वे भी अनिश्चित हैं।
मिलकर करना होगा काम :
WTO प्रमुख ने कहा कि इस संकट से निपटने में किसी देश के अकेले काम करने से बेहतर नतीजे मिलकर काम करने में सामने आएंगे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसे हालात में तकरीब हर रीजन में ट्रेड की गिरावट दोहरे अंकों में होगी। खासतौर से उत्तरी अमेरिका और एशिया ज्यादा प्रभावित होंगे, इनके एक्सपोर्ट को बड़ी चोट लग सकती है।
इलेक्ट्रॉनिक और ऑटोमोटिव प्रॉडक्ट्स पर गहरा असर :
तकरीबन सभई सेक्टरों पर कोरोना का असर देखने को मिलेगा लेकिन सबसे ज्यादा असर इलेक्ट्रॉनिक और ऑटोमोटिव प्रॉडक्ट्स पर दिखाी देगा। इनके व्यापार में तेजी से गिरावट आएगी। सर्विस ट्रेड पर असर डायरेक्ट नजर आएगा क्योंकि ट्रांसपोर्ट और ट्रैवल तकरीबन पूरी तरह से ठप हैं।
